इंसानियत का क़त्ल कर चैनो अमन जला देते हैं। इंसानियत का क़त्ल कर चैनो अमन जला देते हैं।
मोहब्बत किसको कितनी थी मालूम हुआ, जब नशेमन ने 'राही' सुला कर रख दिया। मोहब्बत किसको कितनी थी मालूम हुआ, जब नशेमन ने 'राही' सुला कर रख दिया।
तवायफ़ की तरह है जिंदगी इस बज़्म में बैठी, अपने हर हुनर से खुद की अब पहचान करना है। तवायफ़ की तरह है जिंदगी इस बज़्म में बैठी, अपने हर हुनर से खुद की अब पहचान करना ह...
अदावत का मेहमान अदाओं पर मर मिटता अदावत में मिट जाता इंसा। अदावत का मेहमान अदाओं पर मर मिटता अदावत में मिट जाता इंसा।
जब भी जी चाहें सनम मेरे लिए मुस्कुरा देना तुम जिंदगी आज तो अपनी हम पे ही लुटा देना तुम। जब भी जी चाहें सनम मेरे लिए मुस्कुरा देना तुम जिंदगी आज तो अपनी हम पे ही लुटा...