I am a govt teacher and poetess Instagram's ID -- @i.m_kanchan Email ID -- kanchanprabha81076@gmail.com
तुम मेरे साथ सोने के लिए रोने लगती थी तुम मेरे साथ सोने के लिए रोने लगती थी
नाई की बुद्धिमानी देख दरबार में सब दंग रह गये। नाई की बुद्धिमानी देख दरबार में सब दंग रह गये।
जब दर्शक आते थे और सभी दर्शक हम लोगों को देखते हुए होते थे। जब दर्शक आते थे और सभी दर्शक हम लोगों को देखते हुए होते थे।
मैंने सोच लिया था कि बच्चों से जो जुड़ाव है उसे कायम रखना है मैंने सोच लिया था कि बच्चों से जो जुड़ाव है उसे कायम रखना है
हाँ हाँ क्यों नहीं अतिथि हमारे लिये भगवान होते हैं। हाँ हाँ क्यों नहीं अतिथि हमारे लिये भगवान होते हैं।
मीना के मन में उसका नीरज के प्रति प्रेम बढ़ता ही जा रहा था मीना के मन में उसका नीरज के प्रति प्रेम बढ़ता ही जा रहा था