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Sushma Tiwari

Tragedy Inspirational

5.0  

Sushma Tiwari

Tragedy Inspirational

बरसात की एक रात

बरसात की एक रात

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बरसात की एक रात, सुनो एक मज़दूर की बात

घर में हो रही है चर्चा, कैसे चलेगा ख़र्चा

हम तो खाली पेट सो जाएंगे, बच्चों को कैसे समझाएंगे

लाला ने दे दी है धमकी, अब करेगा वो अपने मन की

सुनकर पति के दिल का भाव, पत्नी ने दिया एक सुझाव

राम नाम लेकर सो जाओ, मीठे सपनों में खो जाओ

मेरा भी है एक सपना, कहने को एक घर हो अपना

यहां सपनों का क्या होता सम्मान, कैसा मेरा देश महान


बरसात की एक रात, सुनो एक सरकारी बाबू की बात

कल ऑफ़िस नहीं जाएंगे, सब संग पिकनिक पर जाएंगे

बच्चों की देखो मारामारी, पिकनिक हो रही तैयारी

पर बीबी ने कुछ सोचा जाना, मारा पतिदेव को ताना

कैसे आपके अजीब विचार, देश से नहीं करते हो प्यार

अगर ऑफ़िस नहीं जाओगे, देश कैसे प्रबल बनाओगे

बाबू बोले मेरा तो एक ही सपना, ऊपर की आमद हो अपना

यहां चोरों का होता सम्मान, कैसा मेरा देश महान


बरसात की एक रात, सुनो एक भिखारी की बात

घर नहीं फिर भी है चर्चा, चिंता नहीं है कल का ख़र्चा

कल भंडारे में जाएंगे, बच्चों को साथ ले जाएंगे

नेताजी ने भेजा है नेवता, भिखारी सब कल के देवता

भोजन के साथ होगा सम्मान, और मिलेगा नगदी दान

बारिश हो या आंधी तूफ़ान, सब मौसम है एक समान

देश की चिंता हम क्या जाने, भूख मिटाए उसे पहचाने

अब ऐसे ही हम करते सम्मान, कैसा मेरा देश महान


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