मैं बेहद सादा मिज़ाज की हूँ ,मेरे कुछ ऑर्टिकल ,कविता न्यूज पेपर "दैनिक भास्कर में छपे # रंग- बिरंगी छटा है हर दिशा में, होरी में भीगी चुनरियां, राधा संग खेलत है कान्हा होरी ** होली की मुबारकां आप सब को** साजिदा अकरम
जतिन जब भी शहर से घर में आता है तो दादी मां की गोद में लेटना बहुत भाता है, जतिन जब भी शहर से घर में आता है तो दादी मां की गोद में लेटना बहुत भाता है,
बेमौसम बारिश से रमिया और भूरा भीग गए थे। बेमौसम बारिश से रमिया और भूरा भीग गए थे।
लड़कों को भी ऐसी ही लड़कियों में बहुत दिलचस्पी रहती है लड़कों को भी ऐसी ही लड़कियों में बहुत दिलचस्पी रहती है
अपने पति के हाथ में-हाथ डालें रमणीय जंगल में घूम रही है अपने पति के हाथ में-हाथ डालें रमणीय जंगल में घूम रही है
जतिन को घर के बड़े-बुजुर्गों के साथ दादाजी के बचपन के दोस्त 'हरि सिंह' की पोती को देखने जतिन को घर के बड़े-बुजुर्गों के साथ दादाजी के बचपन के दोस्त 'हरि सिंह' की पोती क...
भूरा को लेकर लम्बे -लम्बे डग भरती रमिया घर की ओर चल दी। भूरा को लेकर लम्बे -लम्बे डग भरती रमिया घर की ओर चल दी।
बेमौसम बारिश से रमिया और भूरा भीग गए थे बेमौसम बारिश से रमिया और भूरा भीग गए थे
हाट में आए बच्चे रमिया के खिलौने देख मचल जाते । हाट में आए बच्चे रमिया के खिलौने देख मचल जाते ।
'रमिया तो बदहवास सी हो जाती है। बस झूंझून के कपड़े और पगड़ी से ही पहचान पाती है 'रमिया तो बदहवास सी हो जाती है। बस झूंझून के कपड़े और पगड़ी से ही पहचान पाती है
रमिया को बच्चों से बहुत लगाव था पर ईश्वर ने उन्हें सन्तान नहीं दी थी। रमिया को बच्चों से बहुत लगाव था पर ईश्वर ने उन्हें सन्तान नहीं दी थी।