STORYMIRROR

Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance Tragedy

4  

Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance Tragedy

तेरी जुदाई

तेरी जुदाई

1 min
261

अकेला मै घूम रहा हूं,

तेरे इश्क में दिवाना बना हूं,

तुझे ढुंढने के लिये सनम,

मै गलियों में भटक रहा हूं।


तेरे मिलन को याद करता हूं

जुदाई की पीड़ा सह रहा हूं,

तेरी सूरत देखने के लिये सनम,

मै दिल से तड़प रहा हूं।


आंसुओ को मै बहा रहा हूं, 

तेरे इश्क का प्यासा हूआ हूं,

तुझे वापस पाने के लिये सनम,

मै बावरा बन रहा हूं।


तेरा नाम मै पूकार रहा हूं,

तेरा ईन्तज़ार कर रहा हूं,

तेरे बिना ये जीवन "मुरली",

मै अधूरा महसूस कर रहा हूं।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance