तनहा शायर हूं... तनहा शायर हूं...
यूँ अकेले सिसकते हम जुदाई सहे कोई ग़म नहीं यूँ अकेले सिसकते हम जुदाई सहे कोई ग़म नहीं
बदलना जमाने की फितरत बनी तमन्ना तेरी ओर ढलती रही।नजर का इशारा मिला आपका जवां दिल की हसरत मचलती रही। बदलना जमाने की फितरत बनी तमन्ना तेरी ओर ढलती रही।नजर का इशारा मिला आपका जवां दिल...
निकलते है सवेरे, लौटते है शाम को, जाने कहाँ है मंज़िल, जाना कहाँ है हमको। निकलते है सवेरे, लौटते है शाम को, जाने कहाँ है मंज़िल, जाना कहाँ है हमको।
बस इतना याद रख आज भी वो तेरी ही खूबसूरत सी हँसी दिल के सबसे करीब है मेरे। बस इतना याद रख आज भी वो तेरी ही खूबसूरत सी हँसी दिल के सबसे करीब है मेरे।
सहेजा अपने अंतर्मन तक कागजी दुनिया में सहेजा नहीं। सहेजा अपने अंतर्मन तक कागजी दुनिया में सहेजा नहीं।