जीवन को बना देती है हसीन, कभी कभी एक मुलाकात। जीवन को बना देती है हसीन, कभी कभी एक मुलाकात।
देखती रहती हूँ मैं मेरे ख्वाबों को टूटते हुए और बहते हुए। देखती रहती हूँ मैं मेरे ख्वाबों को टूटते हुए और बहते हुए।
जब भी कही अपनी, तो बात रखी सीधी.. मैंने ना कभी कोई, इशारों की बात की.. जब भी कही अपनी, तो बात रखी सीधी.. मैंने ना कभी कोई, इशारों की बात की..
मैं भी शाम की तरह कभी न कभी ढल जाऊँगा तेरी राह से मंज़िल पे बेशक अकेला ही चल जाऊँगा मैं भी शाम की तरह कभी न कभी ढल जाऊँगा तेरी राह से मंज़िल पे बेशक अकेला ही चल जा...
जिसे प्रेम कहूँ या चाहत- सोचो कैसे उर क्या नाम दूं तेरा। जिसे प्रेम कहूँ या चाहत- सोचो कैसे उर क्या नाम दूं तेरा।
वरना बदल देना मेरा नाम अगर ये ज़िन्दगी का सफर यादगार न हो। वरना बदल देना मेरा नाम अगर ये ज़िन्दगी का सफर यादगार न हो।