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Anju Agarwal

Romance

2.5  

Anju Agarwal

Romance

लो आती हूं मैं जीवन में..

लो आती हूं मैं जीवन में..

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लो आती हूं मैं जीवन में,

रख लेना अपनी धड़कन में! 

मन में, तन में, स्पंदन में,

सांसों के हर एक कण कण में!

यदि प्रेम नजर से देखो तुम, 

कर दूँ अर्पण जीवन सारा!

हर बंधन मै स्वीकारूगी,

गर बंधन मुक्त करोगे तुम!

तुम पर सब खुशियां वारूंगी, 

अगर दुख में साथ खड़े हो तुम!

कंटक पलकों से चुन लूंगी, 

पर फूल बिछाते तुम चलना! 

जब भी मन में दुर्भाव उठे,

तुम शिकायत सिर्फ मुझसे करना!

मैं अपना तुमको मानूंगी,

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सब जीवन तुम पर वारूंगी! 

जन्मों जन्मों का साथ है ये, 

छिन-पल का कोई मेल नहीं!

विश्वासों का ये रिश्ता है,

गुड्डे गुड़ियों का खेल नहीं!

जो तेरा है वह मेरा है,

जो मेरा है वह तेरा है!

संबंध सभी अब साझा है,

ये साझा ही अब पूरा है!

आओ अब हम थामें समय डोर,

चल पड़े नए जीवन की ओर! 

ये साथ रहे जन्मों-जन्मों, 

एक दूजे से यह वादा है!

एक दूजे से वो प्रेम करें, 

सब कहें बहुत ही ज्यादा है!


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