बड़ा मकान
बड़ा मकान
भीमकाय सोफा सेट..
हैंड ब्लॉक्ड प्रिंटेड,
महंगे पर्दे,
और मुलायम बिस्तर से सजे,
बगीचे से घिरे..
आठ कमरे और चार प्राणी
के मकान में रहते,
ना जाने क्यों...
याद आता है...
वो बचपन का घर...
मात्र एक कमरे में रहता
एक परिवार...
चाची का
ताई का
मां का कमरा
और...
बुआ तो
दादी बाबा के साथ ही एडजस्ट...
हर गर्मी-सर्दी की छुट्टियों में,
और कभी-कभी तो..
अचानक ही,
आते अनेक रिश्तेदार..
ना कोई खबर..
ना कोई पूर्व सूचना!
अचानक रात-बिरात कभी भी..
बजती सांकल और...
मामा आए हैं!! का शोर!!
और लग जाता सारा घर
आवभगत में...
आधी रात में ही,
सिकते गरमागरम परांठे..
गर्म चाय के साथ..
फिर बिस्तर को खिसका कर जगह बनती...
एक और बिस्तर की!
एडजस्ट हो ही जाते..
चाहे मेहमान अकेला हो,
या सपरिवार..
मगर आज..
इतना बड़ा मकान..
असमर्थ है..
एडजस्ट करने में..
बाबा, दादी को भी!