Vijay Kumar parashar "साखी"

Tragedy Inspirational

4.5  

Vijay Kumar parashar "साखी"

Tragedy Inspirational

कोरोना औकात

कोरोना औकात

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कोरोना की बड़ी विचित्र है, जात

साथ रहने वाले को देता है, घात

सावधान रहिये, वेक्सीन लगाइये

सेनेटाइजर और काम ले मास्क


कोरोना की नहीं है, ऐसी औकात

तोड़ दे हमारी हिम्मत के जज्बात

साहस, धैर्य और हिम्मत रखे साथ

कोरोना को अवश्य मिलेगी मात


सीखी है, कोरोना से जरूरी बात

अब न करेंगे, प्रकृति से खिलवाड़

प्रकृति से गर हम लोग जुड़े रहेंगे

कोई महामारी न दिखायेगी, दांत


कोरोना न करता है, कोई भेदभाव

हम लोग देखते है, यहां जातपांत

कोरोना से सीखो यह अच्छी बात

मत करो एक-दूजे से विश्वासघात


कोरोना भी एकदिन जायेगा, भाग

नफरत की मिटा दो भीतर से, आग

सब विश्ववासी रहेंगे भाईचारे के साथ

कोरोना जैसे गिराएंगे, जात, धर्म दीवार


मरने पर न जाये, लकड़ी बोझ साथ

पांच पेड़ लगाने की करेंगे शुरुआत

कोरोना की नहीं है, ऐसी औकात

बुझा सके हमारा हिम्मत ए चराग।


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