पर साखी मुझे मंजूर न होगी बैसाखी, देश के लिये मर मिटेंगे पूरे अरमान से पर साखी मुझे मंजूर न होगी बैसाखी, देश के लिये मर मिटेंगे पूरे अरमान से
ये जिंदगी चल रही बहुत तेज है फ़िसल रही हाथो से अब रेत है! ये जिंदगी चल रही बहुत तेज है फ़िसल रही हाथो से अब रेत है!
भीतर ही झांक तेरे जन्नत है जिंदगी बस चंद पलों की मोहताज है जिंदगी। भीतर ही झांक तेरे जन्नत है जिंदगी बस चंद पलों की मोहताज है जिंदगी।
कहती है वो इसको पीहर, मायका एक औरत का कोहिनूर है, मायका। कहती है वो इसको पीहर, मायका एक औरत का कोहिनूर है, मायका।
अधर्मियों के लिये, सत्य की तलवार हूं मां भारती का लाल हूं शत्रुओं के लिये काल हूं। अधर्मियों के लिये, सत्य की तलवार हूं मां भारती का लाल हूं शत्रुओं के लिये काल...
जिनकी जिंदादिली यहां जिंदा रहती है। जिनकी जिंदादिली यहां जिंदा रहती है।