मायका
मायका


एक औरत का आसमान होता है
एक औरत का खानदान होता है
कहती है वो इसको पीहर, मायका
एक औरत का जहां होता है, मायका
न होती कोई रोक, न होती कोई टोक
एक औरत का महल होता है, मायका
एक औरत का आसमान होता है
एक औरत की शान होता है, मायका
खुद को वो आजाद महसूस करती है,
उसका खिलता हुआ बाग है, मायका
दुनिया के ग़म से जब अधीर होती है,
तब सूखे अधरों की मुस्कान है, मायका
एक औरत का आसमान होता है
एक पंछी का पूरा जहान होता है
कहती है वो इसको पीहर, मायका
खुशियों का दान होता है, मायका
एक औरत के लिये संजीवनी है
दुनिया के कड़वे पतो मे चीनी है
गम को दूर करने की दवा है, मायका
शोले में शबनम होता है, मायका
एक औरत के अतीत का पिंजरा है
कहती स्त्रियां उसे वक्त सुनहरा है
औरत के लिये सूरज-चाँद जितना है
ये औरत का मायका है
औरत के लिये जन्नत जितना है
एक औरत का आसमान होता है
एक औऱत का खानदान होता है
कहती है वो इसको पीहर, मायका
एक औरत का कोहिनूर है, मायका।