इन कैसे-कैसे लोगों के मोड़ से निकलनेवाला आदमी ही, साहिल को पाता अपनी ओर है। इन कैसे-कैसे लोगों के मोड़ से निकलनेवाला आदमी ही, साहिल को पाता अपनी ...
हमारी नज़र हमसे ही सवाल पूछती है आईने में खोये ख़ुद के अक्स ढूंढती है। हमारी नज़र हमसे ही सवाल पूछती है आईने में खोये ख़ुद के अक्स ढूंढती है।
कोरोनाकाल में ये धरती रो रही है ये आसमान भी ज़ोर से रो रहा है। कोरोनाकाल में ये धरती रो रही है ये आसमान भी ज़ोर से रो रहा है।
बालाजी आपकी आत्मा को दे मुक्ति, प्रिय मित्र परमेश्वर को शत शत नमन। बालाजी आपकी आत्मा को दे मुक्ति, प्रिय मित्र परमेश्वर को शत शत नमन।
तू बस चलता चल अपनी ही मस्ती में, तू पहनकर चल सदा माला सत्य की। तू बस चलता चल अपनी ही मस्ती में, तू पहनकर चल सदा माला सत्य की।
भूल से गर कोई खता हुई माफ कर दे तेरे बिना साखी का कोई संसार न था। भूल से गर कोई खता हुई माफ कर दे तेरे बिना साखी का कोई संसार न था।