Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Devkaran Gandas "अरविन्द"

Tragedy

4.9  

Devkaran Gandas "अरविन्द"

Tragedy

सोशल मीडिया

सोशल मीडिया

1 min
543


बदलते जमाने के साथ बातें करने का

तरीका भी बदल गया है,

अब नहीं लगती हैं गांवों में चौपालें,

सोशल मीडिया आ गया है।


पहले होती थीं गांवों में बातों की

रौनक अपने बुजुर्गों के संग,

अब तो नए युवाओं को फेसबुक,

वॉट्सएप और इंस्टा भा गया है।


अब लोग नहीं पूछते हैं हालचाल भी

अपने मां बाप और अपनों से,

उनको तो उन अलबेली साइटों पर

कोई सख्स ज्यादा छा गया है।


अपनों से ही दूर कर दिया है

अपनों को इस नए जमाने ने अरविन्द,

अब अपनों से क्या वास्ता किⁿसी का, 

गैरों में अपना सा आ गया है।


ये बदलती दुनियां बहुत कष्ट दे रही है

मेरे देश के बुजुर्गों को,

वो हो गए तन्हा अपनों के बीच,

अपनों को नया रास आ गया है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy