आओ मिल कर दीप जलाएं
आओ मिल कर दीप जलाएं
अगर दीप जलाना है हमको
तो पहले प्रेम की बाती लाएं
घी डालें उसमें राष्ट्र भक्ति का
और राष्ट्र का गुण गान गाएं।
आओ मिल कर दीप जलाएं
जाति पांती वर्ग भेद भुलाकर
हम हर मानव को गले लगाएं
राष्ट्र में स्थापित हो समरसता
हम हर पर्व साथ साथ मनाएं।
आओ मिल कर दीप जलाएं।
भुलाकर नफ़रत को अब हम दया,
प्रेम और सौहार्द बढ़ाएं अमन,
प्रेम और मानवता का हम
इस जगत को पाठ पढ़ाएं।
आओ मिल कर दीप जलाएं।
दीन दुखी पिछड़े तबकों को
हाथ पकड़ हम साथ में लाएं
ना भूखा सोए एक मुसाफिर
हम भूखे को खाना खिलाएं।
आओ मिल कर दीप जलाएं।
जब देश में कोई विपदा आए
हम सब हाथ से हाथ मिलाएं
सर्वस्व न्यौछावर करें राष्ट्र पर
और राष्ट्र हित में जान लुटाएं।
आओ मिल कर दीप जलाएं।
नापाक ताकतें तोड़ेंगी हमको
हम नहीं उनकी बातों में आएं
हम हैं हिंद देश के हिन्दुस्तानी
हिन्दुस्तान के रंग में रंग जाएं।
आओ मिल कर दीप जलाएं।