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gyayak jain

Drama

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gyayak jain

Drama

चन्द्रमिशन से प्रेरणा प्राप्त

चन्द्रमिशन से प्रेरणा प्राप्त

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नहीं वो असलियत आज जो

क्षण भर को दिखती है

इतिहास के पन्ने तो क्या, 

पुस्तक लिखेगा जान लो।


मुमकिन नहीं कहते दिखेंगे

दुश्मन हजारों राह पर

हकीकत को बनने पे,

वही राहें कहेंगी दोस्त है।


फिसले जो थोड़े तो अधिक,

उत्साह से रक्खे कदम

चन्द्रमा के संग कहेगा,

वो आसमान वंदे मातरम्।


जिस देश का कण-कण रहा,

साक्षित धरा निर्माण का

वह सारे जहाँ से अच्छा,

है हिन्दुस्तां हमारा।


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