रंग
रंग


नील गगन पर इंद्रधनुष ने सातों रंग बिखेरा है।
ऊपर वाले कलाकार ने अद्भुत चित्र उकेरा है।।
नीला पीला हरा बैंगनी खिला खिला हर रंग है।
इंद्रधनुष के इन्हीं रंग से जीवन में भी रंग है।।
पीला सूरज घने पेड़ की डाली से जब छनता है।
खिलता है जब रंग धरा पर चित्र मनोरम बनता है।।
हरियाली चूनर से धरती दुल्हन जैसी लगती है।
दुग्ध सरिस जलधार लिए ये सरिता कल-कल बहती है।
एक रंग से यह जीवन और प्रकृति नीरस हो जाए।
बहुरंगी हों रंग तभी संसार नयन को भी भाए।।