पुरखे जगत से कभी विदा नहीं होते , संतति के कण कण में रचे बसे होते हैं! पुरखे जगत से कभी विदा नहीं होते , संतति के कण कण में रचे बसे होते हैं!
वह सारे जहाँ से अच्छा, है हिन्दुस्तां हमारा। वह सारे जहाँ से अच्छा, है हिन्दुस्तां हमारा।
कब आएगा मेघ इस इंतजार में मूंद लेती है कुछ पल को पलकें कब आएगा मेघ इस इंतजार में मूंद लेती है कुछ पल को पलकें
एक बार अहसास में बसकर कह दो ना तुम जिताओगे मुझे! कर दोगे न उल्टा इस नीचे गिरती रेत के उदास कण... एक बार अहसास में बसकर कह दो ना तुम जिताओगे मुझे! कर दोगे न उल्टा इस नीचे ...
आदतों को बदला, चाहतों को बदला, भले मेरे अरमानों ने,अपनी करवट को बदला आदतों को बदला, चाहतों को बदला, भले मेरे अरमानों ने,अपनी करवट को बदला
देगा नई उम्मीदें, खोलेगा सुख के द्वार। देगा नई उम्मीदें, खोलेगा सुख के द्वार।