प्यार का मौसम
प्यार का मौसम
शाम ढल रही है,
बादल गरज रहे है,
बिजली चमक रही है।
पुकारता हूं तुझे जानेमन,
आजा ओ मेरी सनम,
मौसम बड़ा सुहाना है।
तेरी याद आ रही है
तड़प मिलन की बढ़ रही है
दिल बेकरार हुआ है।
कहां छुपी है तू जानेमन
तड़प मिटा दे ओ मेरी सनम,
मौसम बड़ा सुहाना है।
बारिश बरस रही है,
इश्क की प्यास बढ़ी है,
मन तुझे तरस रहा है।
बांहों में आजा ओ जानेमन,
प्यास बूझा दो मेरी सनम,
मौसम बड़ा सुहाना है।
तू मेरे दिल की धड़कन है
तू मेरे सांसो की सरगम है,
तू मेरे ख्वाबों की मल्लिका है।
दिल में समझा ओ जानेमन,
"मुरली" की है तू प्यारी सनम,
मौसम बड़ा सुहाना है।

