परमात्मा
परमात्मा
हे ईश्वर हे मालिक
तुम्ही हो सबके दाता
चरणों में जीवन का
हर कोई सुख पाता।
तुम ही हो सबके
जीवन की आशा
मिटाओ जगसे ये
घनघोर निराशा।
शांति अमन की
माया है तुममें
हम तो घिरे थे
कलह और गम में।
अंधकार को मिटाने
प्रभु तूम आ जाओ
बनकर रोशनी जीने की
सुख की राह दिखाओ।
तुम परमात्मा दाता
सुनो तुम्हारी गाथा
तुम पालनहार सबके
तुम बिन कौन विधाता।
तेरी शरण में आये
जब ना दिखे राह
दर्शन दे भगवान
इतनी सी है चाह।