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Supriya Devkar

Inspirational

4  

Supriya Devkar

Inspirational

जगमगाती दिवाली

जगमगाती दिवाली

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शरद ऋतु का हुआ आगमन

पैरों ने किया दौडना शुरु

अब आएगी दिवाली जम के

कहां से तैयारी शुरु करूं


साफ सुथरा माहौल बनाने

हमने कस ली अभी से कमर

जैसे बाग मे फूलों पे मंडराए

खुशी से कोई अतरंगी भ्रमर


मिठाइयां,नमकीन की खुशबू

हर घर से आने लगी

दूर हुए अपनों की याद

दिलों को सताने लगी


लक्ष्मी जी का आगमन होगा

चलो रोशन कर दें हरपल को

प्यार से जीत लो दिल सबके

मैल ना हो समझाओ मन को 


बुराई को मिटाओ मन से

अच्छे विचारों का करो स्मरण

मातपिता के ऋण ना भूलो

स्पर्श करो सदा उनके चरण 


दीप जलाना आशाओं का

होगी रोशनी जीवन मे

नयी शुरुवात करो तुम

खुशियां आयेंगी जीवन में।


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