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_यही तो वो समय है जब मैं बचपन के उन पलों को फिर से जीती हूं। _यही तो वो समय है जब मैं बचपन के उन पलों को फिर से जीती हूं।
वहां जहां तक पगडंडी पहुंचती ही नहीं। वहां जहां तक पगडंडी पहुंचती ही नहीं।
पूछते ही आंखों ने छोड़ा साथ जुबां का बोल पड़ा मन ऊबने लगता पूछते ही आंखों ने छोड़ा साथ जुबां का बोल पड़ा मन ऊबने लगता
भाभी ने तुरंत ही कहा _यह तुमने क्या किया ,कैक्टस बहुत अशुभ होता है। भाभी ने तुरंत ही कहा _यह तुमने क्या किया ,कैक्टस बहुत अशुभ होता है।
मैं अपनी माँ से नफरत करता हूँ, और हाँ मेरी माँ तो दिखती भी बदसूरत है। मैं अपनी माँ से नफरत करता हूँ, और हाँ मेरी माँ तो दिखती भी बदसूरत है।
उसने अपनी बनारसी और भारी जरी वाली साड़ियों को निकाला। उसने अपनी बनारसी और भारी जरी वाली साड़ियों को निकाला।
मन में कशमकश और होंठों पर मुस्कुराहट लिए जैसे तैसे दो दिन और गुजर गए। मन में कशमकश और होंठों पर मुस्कुराहट लिए जैसे तैसे दो दिन और गुजर गए।
मेरी पत्नी को कोई बीमारी नहीं है बस हाई ब्लड प्रेशर की कोई दवाई लेती है शायद मेरी पत्नी को कोई बीमारी नहीं है बस हाई ब्लड प्रेशर की कोई दवाई लेती है शायद
प्लीज मां आज आप खाना बनाइए न।" प्लीज मां आज आप खाना बनाइए न।"
एक मां ही ममता की भाषा को पढ़ सकती हैऔर उसके अहसास को समझ सकती है। एक मां ही ममता की भाषा को पढ़ सकती हैऔर उसके अहसास को समझ सकती है।