STORYMIRROR

Supriya Devkar

Classics

4  

Supriya Devkar

Classics

तेरी यादों की बारिश

तेरी यादों की बारिश

1 min
225

तेरी यादों की बारिश में भीगना चाहता हूँ

तेरी मुस्कुराहट मे घुलमिल जाना चाहता हूँ


तेरा साथ रहे हमेशा युही ख्वाईश हे मेरी

जिंदगी भर तेरे प्यार में मिट जाना चाहता हूँं


कितने भी आये तुफान जिंदगी मे हमारे

हर पल तुम्हे खुश देखना चाहता हू 


मंजिले होंगी दूर पर हौसला हारना नहीं

इरादा मजबूत है बस तुम्हारी राय चाहता हूँ


तुम हो सबकुछ मेरे लिए तुम ही हो जिंदगी

जीवन के अंततक तुम्हारा यूँ ही साथ चाहता हूँ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics