लाडली पापा की
लाडली पापा की
चुप्पी होठों पे रहे।
आहट न सुनाई दे।
कंगन न खनकने दे।
पायल न बजने दे।
खेलकर पापा की
गोद में,
सोयी है मेरी लाडली।
अरी! ओ बारिश
जरा धीरे बरसना।
ख्वाबों में खो गयी है
मेरी शोना।
उसको ना सताना।
काहे ? कबूतर भाईं
कौवे साथ लग गये।
न मधुर आवाज़ तुम्हारी।
उसके कान जाग गये।
मम्मी ने हार मानी ।
मुन्नी बड़ी सयानी।
भूलकर मम्मी की गोद।
बनी पापा की रान।