एक मौसम शायराना आ गया
एक मौसम शायराना आ गया
गीत गाना गुनगुनाना आ गया।
मुस्कुराकर गम भुलाना आ गया।।
आज पौधे वृक्ष से तनने लगे
हाय ये कैसा जमाना आ गया।
रास्ते में भीड़ को मत देखिये
जब अकेले दूर जाना आ गया।
हर किसी ने कर लिया है फासला
जब बुढ़ापे का ठिकाना आ गया।
है सुबह खुशबू में' भीगी देखिये
एक मौसम शायराना आ गया।