गिद्ध
गिद्ध
गिद्ध ! नाम तो सुना होगा,
बहुत लोगों ने देखा भी होगा
सड़ा-गला मांस मुझे
80 योजन से दिखता था।
जहाँ कहीं कोई मृत पशु दिखता
मैं सपरिवार आसमान से
उतर आता था।
लोग कहते हैं कि अब
मेरा वंश विलुप्त होता जा रहा है।
परन्तु यह दुष्प्रचार किया जा रहा
हमारे वंश के विरुद्ध।
मैं पूछना चाहता हूँ आप लोगों से,
आप लोग लंगूर से मनुष्य हो गए,
क्या मुझे परिष्कृत होने का
अधिकार नहीं ?
मुझे अब भी दिखते हैं 80 योजन
परन्तु अब मैं सड़ा-गला नहीं
ज़िन्दा मांस नोचता हूँ
जी हाँ अब मैं खद्दर परिधान में
आप जैसा ही दिखता हूँ।
