अगर चाहते हो सम्मान
अगर चाहते हो सम्मान
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अगर चाहते हो सम्मान ।
रखना मर्यादा का ध्यान ।।
झूठी चर्चा झूठी वाह ;
से खोती सच्ची पहचान ।
इनको मत देना तुम त्याग ;
आँसू भी तो हैं मेहमान ।
ज्यों वर्षा संचय अनिवार्य ;
त्यों शब्दों का रखना मान ।
पानी का मत करना त्याग ;
बिन पानी जन मृतक समान ।
कड़ुई औषधि कड़ुए बोल ;
से ही विष का हुआ निदान ।
सबका अपना-अपना शिल्प ;
जीवन का कब एक विधान ।
यदि रचने हों सुंदर छंद ;
लय यति गति का रखना ध्यान ।
जब रचना जीवन के छंद ;
लय-यति-गति का रखना ध्यान ।
मत देना अयोग्य के हाथ ;
धन बल विद्या अरु विज्ञान ।
फल अयोग्य को दें विपरीत ;
धन बल विद्या अरु विज्ञान ।