तेरा हुआ मैं
तेरा हुआ मैं
गुरूर में अपने सबसे जुदा हुआ मैं!
मानो खुद ही खुद का खुदा हुआ मैं!!
धड़कने धड़कती थी तेरे आने से पहले!
तेरे आने के बाद खुद ही खुद से जुदा हुआ मैं!!
महक तेरी साँसों की मुझमें मिल सी गयी!
कुछ इस तरह कुछ तुझमें शिफा हुआ मैं!!
गहराइयां ही तो है हिस्सेदारी में अपनी!
तू मेरी लहर तेरा सागर हुआ मैं!!
चलेंगे साथ फ़लक तक हाथ दोनों थामे!
तू ही मेरा साथी तेरा हमसफर हुआ मैं!!
है रौशन जिंदगी मुकम्मल ये जहां भी हुआ पूरा!
तू ही अब मेरी बाती तेरा जलता दिया हुआ मैं!!
गमों की बारिश को ना छूने दूँगा तुझे!
कुछ इस कद्र तेरे मकान का छज्जा हुआ मैं!!
मन्नतें सारी मेरी तुझ तक ही हैं संकुचित!
तू ही अब मेरी दुआ तेरा रब हुआ मैं!!