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Brahamin Sudhanshu

Romance Inspirational

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Brahamin Sudhanshu

Romance Inspirational

सिर्फ तेरा हूँ

सिर्फ तेरा हूँ

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रोते हैं वो जो कभी ! 

साथ मे हंसते थे ! 

हाँथ थाम कर चलते थे साथ ! 

वो अब वीरान घूमते है ! 

कुछ सवाल उसके थे ! 


जिसका जवाब मेरी खामोशी थी ! 

उसने वो सुन लिया! 

जो मैंने कहा ही नहीं ! 

मैंने वो समझ लिया! 

जो कभी था ही नहीं ! 


लेकिन ख्याल है एक दूसरे का ! 

तांका झांकी अब भी होती है ! 

करते हैं परवाह एक दूसरे की ! 

आंखे इनकी अक्सर रोती हैं ! 


है अगर इतना ख्याल! 

तो साथ क्यूँ नहीं आ जाते ! 


पूछता है मन मेरा ! 

गुजरा वक़्त क्यूँ नहीं भूल पाते ! 

कुछ जिम्मेदारियां हैं उसकी ! 

मजबूरियों मे मैं भी घिरा हूँ ! 

इस जन्म में मुमकिन नहीं शायद! 

अगले जन्म में, मैं सिर्फ तेरा हूँ ! 


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