आज राजा रानी कि एक कहानी सूनते हैं...
ऊन के प्यारे रिश्ते को शब्दों में बुनते हैं...
राजा बहुत अमीर था रानी गरीब थी...
पर मोहब्बत शिद्दत वाली थी ये बात लोगो के लिए अजीब थी...
राजा अंदर से अच्छा था पर बहार से कठोर था...
रानी को देख हुआ कमजोर था...
पर इस छोटी दुनिया को ये बात गवारा नहीं...
कहने लगी तुम एक राजा हो कोई आवारा नहीं...
एक दिन राजा ने मांग लिया रानी का हाथ...
कह दिया नहीं छोडूंगा कभी तेरा साथ...
जब राजा ने रानी को ये बात बतलाई थी...
रानी के दिल में भी कुछ था पर तब वो झुठलाई थी...
रानी ने कहा के हम कभी एक नहीं हो पाएंगे...
आखिर था तो राजा कह गया हम कर के दिखाएंगे...
हम इस दुनिया को प्यार कर के दिखलायेंगे...
क्या होती है मोहब्बत ये सब को बतलाएंगे...
फिर दोनों को बेहिसाब मोहब्बत हो गयी...
और सारे समाज से इन की बगावत हो गयी...
छिड़ी एक जंग जो राजा संभाल ना पाया...
अपनी प्यारी मोहब्बत को बचा ना पाया...
राजा को कुछ समझ ना आया...
मौत रानी की थी पर राजा जी ना पाया...
लाश एक थी पर रूह दो उठे थे...
धड़कन एक रुकी, पर दिल दो टूटे थे...
राजा के मरने के बाद कुछ बचा नहीं...
ये वो इतिहास है जो कभी रचा नहीं...
लोगो को लगा की ये महोबत कबर हो गई...
पर वो रब भी जानता था ये मोहब्बत अमर हो गई...