जबसे साथ तुम्हारा पाया, मन- वीणा के तार बजे। जबसे साथ तुम्हारा पाया, मन- वीणा के तार बजे।
इश्क़ में तेरे हद से गुज़र जाऊँगी या या बिखर जाऊँगी या संवर जाऊँगी...! इश्क़ में तेरे हद से गुज़र जाऊँगी या या बिखर जाऊँगी या संवर जाऊँगी...!
वक्त का है क्या... और ये वक़्त सदा नहीं रहेगा! वक्त का है क्या... और ये वक़्त सदा नहीं रहेगा!
तुम मेरे लिए सदा प्रश्न से उलझे रहे, और मैं समाधान सी सुलझी। तुम मेरे लिए सदा प्रश्न से उलझे रहे, और मैं समाधान सी सुलझी।
पता नहीं कुछ वर्षों की या जन्मों का है सहारा ना तेरा ना मेरा कहता, कहता सब है हमारा। पता नहीं कुछ वर्षों की या जन्मों का है सहारा ना तेरा ना मेरा कहता, कहता सब है...
दूरी कब महसूस हुई है , पल पल साथ निभाया ! दूरी कब महसूस हुई है , पल पल साथ निभाया !
जब मौत अपनी गोद में रख लेगी मेरा सिर तुम मेरे पैरों के पास बैठ जाना। जब मौत अपनी गोद में रख लेगी मेरा सिर तुम मेरे पैरों के पास बैठ जाना।
आज दोनों को जो एक ही ऑफिस में मिल गई नौकरी दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा। आज दोनों को जो एक ही ऑफिस में मिल गई नौकरी दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा।
इस बार भी सुन लेना विनती संग बात। इस बार भी सुन लेना विनती संग बात।
निर्मल निश्छल नटखट निर्झरिणी अर्धमीलित अक्षों में अनंत आकांक्षाएं। निर्मल निश्छल नटखट निर्झरिणी अर्धमीलित अक्षों में अनंत आकांक्षाएं।
तुझे खोने का डर लगता है मुझे तू मेरा है कि नहीं परवाह नहीं, तुझे खोने का डर लगता है मुझे तू मेरा है कि नहीं परवाह नहीं,
कैसा होता है जब सोचा हुआ हो ना पाए! कैसा होता है जब सोचा हुआ हो ना पाए!
लिख रही हूँ एक कहानी मैं, क्या तुम उसका किरदार बनोगे। लिख रही हूँ एक कहानी मैं, क्या तुम उसका किरदार बनोगे।
बस तू और मैं बाकी सब दु:स्वप्न। बस तू और मैं बाकी सब दु:स्वप्न।
बेहद सताती है ये सर्दियां ; प्रिय के आलिंगन को उकसाती हैं ये सर्दियां ! बेहद सताती है ये सर्दियां ; प्रिय के आलिंगन को उकसाती हैं ये सर्दियां !
बांधे थे मैंने, मन्नतों के धागे तुम्हें पाने के लिए।। बांधे थे मैंने, मन्नतों के धागे तुम्हें पाने के लिए।।
तेरी सूरत है सांवली तेरी अखियां कजरारी। तेरी सूरत है सांवली तेरी अखियां कजरारी।
महफ़िल में बार बार किसी पर नजर गयी , हमने बचाई लाख मगर फिर भी उधर गयी। महफ़िल में बार बार किसी पर नजर गयी , हमने बचाई लाख मगर फिर भी उधर गयी।
रंगों के त्योहार पर तुम्हें मेरे रंग में रंगना है , अबीर-गुलाल केसू तुम्हें मलमल लगाना। रंगों के त्योहार पर तुम्हें मेरे रंग में रंगना है , अबीर-गुलाल केसू तुम्हें म...
इन दिनों अकुलाया बौराया सा है मन , प्रिय के आलिंगन को तत्पर है बदन ! इन दिनों अकुलाया बौराया सा है मन , प्रिय के आलिंगन को तत्पर है बदन !