मेरी जीवन संगिनी
मेरी जीवन संगिनी
जब से तुम आयी जीवन में, जीवन मेरा संवार दिया।
मेरी हमसफ़र तुमने मुझको, मुझसे भी ज्यादा प्यार किया।
बचपन का है प्यार हमारा, मेरा पहला प्यार हो तुम।
मंगल परिणय हो गया तुमसे, अब मेरा परिवार हो तुम।
मेरे बुरे वक्त में भी ना तुमने, साथ कभी छोड़ा।
सुख दुःख सारे साथ बिताये, मुझसे नाता ना तोड़ा।
मेरे मात पिता को तुमने, अपने माँ और बाप कहा।
तन मन से की सेवा उनकी, हर पल उनका ध्यान रखा।
अच्छी बहु हो माँ पापा की, बच्चों की मम्मी प्यारी।
मेरी सच्ची जीवन संगिनी, मेरे घर की फुलवारी।
सात जनम तक भी प्रिये तुम, मेरी जीवन साथी रहना।
जनम जनम का साथ निभाना, कभी अलविदा ना कहना।

