जबसे हुयी है शादी
जबसे हुयी है शादी
क्यों की है मैंने शादी, अच्छा था मैं कंवारा।
जबसे हुयी है शादी, मैं बन गया बेचारा।
बीवी मिली है मोड्रन, किस्मत ही मेरी फूटी ।
नौकर बना हूँ घर का, सब ऐश मौज छूटी।
करती है रोज फैशन दुनियां करे नजारा ।
जबसे हुयी है शादी, मैं बन गया बेचारा।
करती न काम कुछ भी बस पार्लर में जाये।
मेरी मम्मी उसको तनिक भी न भाये।
होटल से रोज खाये में, कमा कमा हारा।
जबसे हुयी है शादी, मैं बन गया बेचारा।
लाये नए नए साबुन,शॉवर में रोज नहाये।
बिस्तर को तब वो छोड़े जब सूरज चढ़ जाये । ।
उसकी बुलंद किस्मत में डूबता सितारा।
जबसे हुयी है शादी, मैं बन गया बेचारा।
रोजाना बहार घूमे घर तनिक नहीं भाये ।
सैलूनों में जाकर बालों को कटबाये ।
में संस्कारी लड़का मिल गयी मुझे आवारा।
जबसे हुयी है शादी, मैं बन गया बेचारा।
यारो सलाह मेरी, न करना कभी शादी।
बीवी के आते ही छीन जाती आजादी।
मेरी ग्रहस्ती की नैय्या का न कोई किनारा।
जबसे हुयी है शादी, मैं बन गया बेचारा।

