तेरे ही रंग में
तेरे ही रंग में
रंग गए तेरे ही रंग में अब हमारा कुछ भी हो।
जीना मरना तेरे संग में, अब नजारा कुछ भी हो।
तेरी राहों से गुजरने में, हजारों बंदिशें
हम न रोकेंगे कदम को , दर्द सारा कुछ भी हो।
माझी हम भी हो गए हैं तेरी कश्ती में सवार
पार करना या डुबोना अब किनारा कुछ भी हो ।
गर्दिशे किस्मत का हमने, रहनुमा तुमको चुना
हो फकत अंजाम कुछ भी अब सितारा कुछ भी हो।
जबसे तुमने हाथ थामा, न रही परवाह कोई
हमने न देखा पलटकर अब सहारा कुछ भी हो।

