करने लगते हैं हम तक़दीर पर नाज़। करने लगते हैं हम तक़दीर पर नाज़।
कह रहा कि जी ले आज, मत तू बीता कल पुकार। बंद कर यादों की किताब, ले ले साथ में साथी चार। कह रहा कि जी ले आज, मत तू बीता कल पुकार। बंद कर यादों की किताब, ले ले स...
खिल उठे भारत का भविष्य एक नई सुबह का आगाज हो। खिल उठे भारत का भविष्य एक नई सुबह का आगाज हो।
मम्मी को जब यह बात बताई, हमको शाबाशी दिलवाई। मम्मी को जब यह बात बताई, हमको शाबाशी दिलवाई।
जगत के दुख हरने वाली, हर हृदय में उनका वास है। जगत के दुख हरने वाली, हर हृदय में उनका वास है।
रेशमी धागे नहीं अटूट बंधन है टूटे नहीं बंधन तोड़ो कितनी बार भैया मेरा कृष्ण कन्हैया है ल... रेशमी धागे नहीं अटूट बंधन है टूटे नहीं बंधन तोड़ो कितनी बार भैया मेरा कृ...