जश्न ए हेलोवीन
जश्न ए हेलोवीन
ये जश्न ए हैलोवीन है
एक जश्न भूतिया सा
चंद्रमा दूधिया रौशनी से
नहाकर नज़र रख रहा
उड़ती चमगादड़ों पर
हज़ारों की तादाद में घेरे
आसमान की परिधि
वियावान सा लगता
हर तरफ का मंज़र
काली स्याह रात में
जल उठे कद्दू में छिपे
चिराग लालटेन से चमकते
सुनाते भूतों का राग
हर रात सी रात नहीं ये
आज घूमते लोग पहनकर
कंकालों और भूतों के नकाब
जैसे कब्रिस्तान से निकल
हज़ारों भूतों का
लग रहा फेरा
सिहरन पैदा करती
ठहाकों की आवाज़
झाड़ू पर सवार चुड़ैलों
और सरविहीन भूतों का डेरा
बने राजा रानी मस्ती में तल्लीन
क्यूंकि ये जश्न ए हैलोवीन है
ये जश्न ए हैलोवीन है।