जेब खाली या भरी ज़ुबाँ मगर शालीन हो हैसियत हो कुछ, अदब रईस होना चाहिए जेब खाली या भरी ज़ुबाँ मगर शालीन हो हैसियत हो कुछ, अदब रईस होना चाहिए
कभी खुद का रूप भी न निहार सके बेगैरत जी तो लिया पर मौत न पा सके। कभी खुद का रूप भी न निहार सके बेगैरत जी तो लिया पर मौत न पा सके।
बच्चे अपना आज बचपन खो रहे हैं, क़त्ल का है जश्न खूनी असुर बनते जा रहे हैं ! बच्चे अपना आज बचपन खो रहे हैं, क़त्ल का है जश्न खूनी असुर बनते जा रहे हैं !
समाज का वो आईना बनता है, समाज का वो आईना बनता है,
न जीत सके मुझसे कोई मैं शहंशाह बन जाऊँगा। न जीत सके मुझसे कोई मैं शहंशाह बन जाऊँगा।
दिल से देखेंगे तो दोस्त आज भी वही खड़ा है ! दिल से देखेंगे तो दोस्त आज भी वही खड़ा है !