धूप न देखे ओस न देखे, न देखे बरसात को। फर्स्ट आने के लालच में, लुट गई सारी मस्ती है। धूप न देखे ओस न देखे, न देखे बरसात को। फर्स्ट आने के लालच में, लुट गई सारी मस...
सबकी आँखों से उस खाली गलियारे में। सबकी आँखों से उस खाली गलियारे में।
और क्या है हाल आपका वहां इंदौर में। और क्या है हाल आपका वहां इंदौर में।
क्योंकि शायद मैं हूं तुम सबके जीवन का आधार। क्योंकि शायद मैं हूं तुम सबके जीवन का आधार।
अपनी जब बारी आयी जोश से पटरी पे कूद पड़े रेल के सामने आ खड़े अपनी जब बारी आयी जोश से पटरी पे कूद पड़े रेल के सामने आ खड़े
तन मन में मस्ती छाती है। दो सब ज्ञान गूढ मन को, ये उमर गजब कर जाती है।। नेक इरादे भर तन मन में मस्ती छाती है। दो सब ज्ञान गूढ मन को, ये उमर गजब कर जाती है।। ...