मैं चुप रही और सोचती रही कि, क्या सच में ये प्यार था ? मैं चुप रही और सोचती रही कि, क्या सच में ये प्यार था ?
सबकी आँखों से उस खाली गलियारे में। सबकी आँखों से उस खाली गलियारे में।
दोस्ती एक अनमोल रत्न है कर लो तो जिंदगी भर संग है। दोस्ती एक अनमोल रत्न है कर लो तो जिंदगी भर संग है।
इधर से दनादन थप्पड़, टूटी थी चारपाई, उधर से भी तो चौकी, बेलन बरस रहे थे। इधर से दनादन थप्पड़, टूटी थी चारपाई, उधर से भी तो चौकी, बेलन बरस रहे थे।