एक सवाल
एक सवाल
ऐ खुदा एक सवाल दिल में आया है
क्या जवाब दोगे उसका जिसने मुझे रुलाया है ।
क्या तकलीफ देने वाले को पता चलता है दर्दे घाव का
अगर हाँ तो क्यों उसने फिर से मेरे दिल दुखाया है ।
क्या वो लफ़्ज़ों को कहने से पहले सोचते है की वो दिल तोड़ जाएंगे
अगर हाँ तो क्यों उसने फिर से उन दर्द भरे अल्फ़ाज़ों को दोहराया है ।
क्या वो बड़े खुश होते हैं, हमें देख के मुँह फेर लेने से
अगर हाँ तो लगता है आज फिर उनका दिल बड़ा मुस्कुराया है।
क्या कभी अहसास होगा उन्हें हमारी मोहब्बत का
अगर हाँ तो हमने इसी उम्मीद में अपनी पलक को ना झपकाया है ।
क्या उन्हें हमारी सच्चाई और वफादारी पे यकीन होता है
अगर हाँ तो क्यों दुबारा हमने खुद को कटघरे में खड़ा पाया है।
क्या वो कुछ भी मानते है हमें इस ज़िन्दगी में
अगर हाँ तो क्यों फिर उन्होंने हमें वो परायापन मेहसूस कराया है ।
क्या आसान होता है युहीं किसी का ज़िन्दगी से चले जाना
अगर हाँ तो क्यों फिर तूने हमें उस इंसान से मिलाया है ।