चाँद
चाँद
मैं
तेरी
ज़िंदगी
की चुन्नी में
चाँद तारों की
कढ़ाई कर दूं
उपहार कर दूं।
ये
घोर
अंधेरी
अमावस
रात भी लगे
एक चाँद रात
होती तुम्हारी बात।
वो
चाँद
चमके
और सजे
ये क़ायनात
हो खुशी की रात
हँसी की बरसात।
है
तुझे
अकेले
पूरी रात
सोना जागना
यूं ही बतियाना
एक दिन सिखाना।
ये
जब
रात को
बहुत से
तारे चमकें
चाँद का यौवन
लगे नया सावन।

