ज़रूरी है क्या
ज़रूरी है क्या
बारिश में भीगा लिबास
ऐसे भी सूख जाएगा
सूरज का मुँह ताकना
हर दफा जरूरी है क्या ?
ये जो बिखरे पड़े फूल
माला तो बन भी सकता
डाली से कलियाँ तोड़ो
हर दफा जरूरी है क्या ?
मयखाने की मेज की गिलास
खड़ा अक्कड़ से देखो,
मय मे मस्त हो अगर
लड़खड़ाना जरूरी है क्या ?
ये जो लट मदहोश से हैं
चुम कर गालों को तेरी
ना हटा इन्हें, ये बेरहमी
हर दफ़ा जरूरी है क्या ?
माचिस की डिब्बी में कैद
चिंगारियों ने बोला
काबिल तो हैं आप ज़नाब
नुमाइश जरूरी है क्या ?
