STORYMIRROR

Baman Chandra Dixit

Drama

5.0  

Baman Chandra Dixit

Drama

ज़रूरी है क्या

ज़रूरी है क्या

1 min
763


बारिश में भीगा लिबास

ऐसे भी सूख जाएगा

सूरज का मुँह ताकना

हर दफा जरूरी है क्या ?


ये जो बिखरे पड़े फूल

माला तो बन भी सकता

डाली से कलियाँ तोड़ो

हर दफा जरूरी है क्या ?


मयखाने की मेज की गिलास

खड़ा अक्कड़ से देखो,

मय मे मस्त हो अगर

लड़खड़ाना जरूरी है क्या ?


ये जो लट मदहोश से हैं

चुम कर गालों को तेरी

ना हटा इन्हें, ये बेरहमी

हर दफ़ा जरूरी है क्या ?


माचिस की डिब्बी में कैद

चिंगारियों ने बोला

काबिल तो हैं आप ज़नाब

नुमाइश जरूरी है क्या ?


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama