सनक
सनक
धड़कन हो तुम मेरी
पर गवारा नहीं मुझे तेरा यूं
किसी को दिल में बसाना
जहान हो तुम मेरा
पर गवारा नहीं मुझे दस्तक यूं
किसी की दुनिया में तेरी
बातें भी मेरी, नाम भी मेरा
बस हो लब पर तेरे
पर गवारा नहीं मुझे अफसाना यूं
किसी का जुबाँ पर तेरी
हाँ सनक है इश्क़ में तेरे
पर गवारा नहीं मुझे दूरियाँ यूं
किसी भी काऱण से तेरी।