जिंदा है
जिंदा है
दूर तुझ से हैं, तो
लगता है किस्मत खफा हैं।
जिंदा है लेकिन अभी, तो लगता हैं
की हिसाब कही कोई अभी बाकी हैं।
दूर मंजिल से हैं, तो
लगता है किस्मत खफा हैं।
जिंदा है जज़्बा अभी, तो लगता हैं
की रास्ता कही कोई अभी बाकी हैं।
दूर किसी मिठास से हैं, तो
लगता है किस्मत खफा हैं।
जिंदा है मुस्कराहट अभी, तो लगता हैं
की स्वाद कही कोई अभी बाकी हैं।
दूर नींद आँखों से हैं, तो
लगता है किस्मत खफा हैं।
जिंदा है ख्वाब अभी, तो लगता हैं
की उम्मीद कही कोई अभी बाकी हैं।
दूर मीठी यादो से हैं, तो
लगता है किस्मत खफा हैं।
जिंदा है दिल अभी, तो लगता हैं
की अरमान कही कोई अभी बाकी हैं।
