चैन ओ अमन
चैन ओ अमन
अब और न जलता हुआ वतन चाहिए
मेरे मुल्क में बस चैन ओ अमन चाहिए
आदमी समझे आदमी को ऐसे जतन चाहिए
मेरे मुल्क में बस चैन ओ अमन चाहिये।
मोहब्बत लिखे प्रेम पढ़े ऐसे अहले ए सुख़न चाहिए
मेरे मुल्क में बस चैन ओ अमन चाहिए।
सब एक हैं एक रहें ऐसे करना हमको कर्म चाहिए
मेरे मुल्क में बस चैन ओ अमन चाहिए।