तुम आ जाओ प्रिय जीवन मधुमास हो। तुम आ जाओ प्रिय जीवन मधुमास हो।
बता नहीं सकती तुम्हें इसलिए रख रही हूँ सहेज कर ये राज फिर। बता नहीं सकती तुम्हें इसलिए रख रही हूँ सहेज कर ये राज फिर।
चाहे कोई धर्म हो हमारा पर भारतवासियों की मातृभाषा है सर्वप्रथम हिंदी। चाहे कोई धर्म हो हमारा पर भारतवासियों की मातृभाषा है सर्वप्रथम हिंदी।
आ मेरे संग कुछ बातें कर ले बिता ले कुछ कुछ छन। आ मेरे संग कुछ बातें कर ले बिता ले कुछ कुछ छन।
गली गली में रोज रोज वृक्ष नए लगाइए। गली गली में रोज रोज वृक्ष नए लगाइए।
बरगद होने के बाद तुम समझोगे प्रकृति और माँ को। बरगद होने के बाद तुम समझोगे प्रकृति और माँ को।