कुदरत की बनायी सभी रचनाए.... कुदरत की बनायी सभी रचनाए....
स्त्री को मिट्टी, पुरुष को धूप प्रेम को पानी, होते हुए देखा है मैंने ! स्त्री को मिट्टी, पुरुष को धूप प्रेम को पानी, होते हुए देखा है मैंने !
और उनके साथ खत्म हो रहा था जंगल का अस्तित्व धरती कि देह फि... और उनके साथ खत्म हो रहा था जंगल का अस्तित्व ...
तुम जो राजा हो तुम्हारा अस्तित्व मुझसे है तुम जो राजा हो तुम्हारा अस्तित्व मुझसे है
कभी प्रवाह तो कभी ठहराव आते हैं तमाम उतार-चढ़ाव, कभी प्रवाह तो कभी ठहराव आते हैं तमाम उतार-चढ़ाव,
एक दानव ऐसा आया उसने देवी को ही मोहरा बनाया, कभी जुल्मी बाप बन उसे गर्भ में ही मरवाया। एक दानव ऐसा आया उसने देवी को ही मोहरा बनाया, कभी जुल्मी बाप बन उसे गर्भ में ह...