मिलकर गीता, कुरान हम बाइबिल पढ़े, आओ फिर से नई प्रीति दिल में गढ़े। रोके हम, जो सितम हो रहा देश ... मिलकर गीता, कुरान हम बाइबिल पढ़े, आओ फिर से नई प्रीति दिल में गढ़े। रोके हम,...
जितना चाहो उतना भर दो फिर ये मन की बात ना होती। जितना चाहो उतना भर दो फिर ये मन की बात ना होती।
गली गली में रोज रोज वृक्ष नए लगाइए। गली गली में रोज रोज वृक्ष नए लगाइए।
केंद्रित था पतन और ठगा जा रहा था वतन! केंद्रित था पतन और ठगा जा रहा था वतन!
भूख से बिलखता हुआ इंसान भूख से बिलखता हुआ इंसान
सफल तभी बनोगे जब छू ना सके तुम्हें अभिमान। सफल तभी बनोगे जब छू ना सके तुम्हें अभिमान।