समाज से कटे, भटके लोग नैतिकता का भी भान नहीं अजब-गजब मजबूरियां। समाज से कटे, भटके लोग नैतिकता का भी भान नहीं अजब-गजब मजबूरियां।
मिलकर गीता, कुरान हम बाइबिल पढ़े, आओ फिर से नई प्रीति दिल में गढ़े। रोके हम, जो सितम हो रहा देश ... मिलकर गीता, कुरान हम बाइबिल पढ़े, आओ फिर से नई प्रीति दिल में गढ़े। रोके हम,...
शहरी जंगलों से, उन बगीचों में लौटना असम्भव है। शहरी जंगलों से, उन बगीचों में लौटना असम्भव है।
अगर नैतिकता से पूर्ण हो हमारे कर्म तो बच्चे भी करते इसका अनुसरण अगर नैतिकता से पूर्ण हो हमारे कर्म तो बच्चे भी करते इसका अनुसरण
थाम माता पिता का हाथ नैतिकता का पाठ पढ़ा था ! थाम माता पिता का हाथ नैतिकता का पाठ पढ़ा था !