तब भी अपने व्यवहार में नम्रता बनाए रखिए। तब भी अपने व्यवहार में नम्रता बनाए रखिए।
चाहे होना पड़े खुद को बलिदान भी इस बार, रुकूँगा मिटा कर भ्रष्टाचार। चाहे होना पड़े खुद को बलिदान भी इस बार, रुकूँगा मिटा कर भ्रष्टाचार।
देवता पाषाण के इतना बता दो और कितने दिन शिला बनकर रहोगे। देवता पाषाण के इतना बता दो और कितने दिन शिला बनकर रहोगे।
ऐसा इन्हें, व्यवहारिक ज्ञान और प्रशिक्षण देना। ऐसा इन्हें, व्यवहारिक ज्ञान और प्रशिक्षण देना।
उनके मन की स्थिति हमेशा परिजनों के व्यवहार पे निर्भर करती है उनके मन की स्थिति हमेशा परिजनों के व्यवहार पे निर्भर करती है
हृदय में क्षोभ, अधर मुस्कान, लोकाचार की यही पहचान। सुख में शामिल ना हो पाए हृदय में क्षोभ, अधर मुस्कान, लोकाचार की यही पहचान। सुख में शामिल ना हो पाए